Kredity

AUSFÜHRENDE KÜNSTLER:INNEN
Alka Yagnik
Alka Yagnik
Künstler:in
Hariharan
Hariharan
Künstler:in
KOMPOSITION UND LIEDTEXT
Majrooh Sultanpuri
Majrooh Sultanpuri
Songwriter:in
Jatin - Lalit
Jatin - Lalit
Komponist:in
Bablooda
Bablooda
Arrangeur:in

Texty

बाँहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं बाँहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं जाने क्या बोले मन, डोले सुनके बदन धड़कन बनी ज़ुबाँ बाँहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं जाने क्या बोले मन, डोले सुनके बदन धड़कन बनी ज़ुबाँ बाँहों के दरमियाँ... खुलते, बंद होते लबों की ये अनकही खुलते, बंद होते लबों की ये अनकही मुझसे कह रही है कि बढ़ने दे बेख़ुदी मिल यूँ कि दौड़ जाएँ नस-नस में बिजलियाँ बाँहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं जाने क्या बोले मन, डोले सुनके बदन धड़कन बनी ज़ुबाँ बाँहों के दरमियाँ... आसमाँ को भी ये हसीं राज़ है पसंद आसमाँ को भी ये हसीं राज़ है पसंद उलझी-उलझी साँसों की आवाज़ है पसंद मोती लुटा रही है सावन की बदलियाँ बाँहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं बाँहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं जाने क्या (जाने क्या) बोले मन (बोले मन) डोले सुनके बदन, धड़कन बनी ज़ुबाँ बाँहों के दरमियाँ...
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Lalit Jatin Lyrics powered by www.musixmatch.com
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